- वर्गीकरण वृक्ष
- क़ुरआन और उसके विज्ञान
- क़ुरआन में मननचिंतन, उसकी प्रतिष्ठा, उसका हिफ़्ज़ और तिलावत के शिष्टाचार
- तफ़सीर (क़ुरआन की व्याख्या)
- कुरआन के विज्ञान
- मुसहफ (क़ुरआन की प्रतियाँ)
- मसाहिफ़ और क़ुरआन करीम के पाठ
- क़ुरआन करीम के अर्थों का अनुवाद
- पढ़े जाने योग्य उत्कृष्ट अनुवाद
- क़ुरआन के अर्थों के अनुवाद के साथ सस्वर पाठ
- विशिष्ट तिलावतें
- नोबल क़ुरआन और उसके वाहकों के शिष्टाचार
- हदीस और उसका विज्ञान
- अक़ीदा (आस्था)
- तौहीद (एकेश्वरवाद)
- इबादत (उपासना)
- दावत और इस्लामी संस्कृति
- ईमान
- ईमान के मसायल
- एहसान
- कुफ्र (नास्तिकता)
- निफाक़ (पाखण्ड)
- शिर्क (अनेकेश्वरवाद)
- बिदअत (नवाचार)
- सहाबा और आले-बैत
- तवस्सुल
- वलायत और औलिया की करामत
- जिन्न, जादू और शोबदाबाज़ी
- जिन्न
- वफादारी और दुश्मनी
- अह्लुस्सुन्नह वल-जमाअह
- धर्म और पंथ
- संप्रदाय, पंथ और धर्म
- इस्लाम से संबंध रखनेवाले धर्म-संप्रदाय
- समकालीन विचारधाराएं
- धर्मशास्त्र और उसके विज्ञान
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अक़ीदा (आस्था)
आइटम्स की संख्या: 59
- हिन्दी
इस्लामी अक़ीदा क़ुरआन और हदीस रोशनी मेः प्रस्तुत पुस्तक इस्लामी अक़ीदा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों पर आधारित है, जिनका क़ुरआन और हदीस की रोशनी में उत्तर दिया गया है। चुनांचे इसमें इस्लाम व ईमान का अर्थ, तौहीद की क़िस्में और उसके लाभ, ला इलाहा इल्लल्लाह का अर्थ और उसकी शर्तें, अमल के क़बूल होने की शर्तो, शिर्क अक्बर की क़िस्में और और उसके नुक़सानात, वसीला और शफाअत मांगने के प्रावधान का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी
यह पुस्तक उस तौहीद (एकेश्वरवाद) की वास्तविकता को स्पष्ट करती है जिसके साथ अल्लाह ने समस्त संदेष्टा को अवतरित किया, तथा इस एकेश्वरवाद के विषय में अनेकेश्वरवादियों की ओर से व्यक्त किए जाने वाले संदेहों का खंडन करती है। लेखक ने इसमें तौहीद एवं शिर्क का अर्थ और उनके भेद, धरती पर घटित सर्वप्रथम शिर्क की घटना, तथा संसार में प्रचलित शिर्क के विभिन्न रूपों और इस समुदाय में शिर्क की बाहुल्यता एवं उसके पनपने के कारणों वर्णन किया है। उन्हीं में से एक व्यापक कारण वे संदेह हैं जिनका अनेकेश्वरवादी आश्रय लेते हैं और इस घोर पाप के लिए उन्हें अपना आधार मानते हैं। लेखक ने ऐसे 12 संदेहों का उल्लेख कर उनका स्पष्ट सत्तर दिया है। अंत में इस घोर पाप को करने वाले के भयंकर और दुष्ट परिणामों का चर्चा करते हुए इस से सावधान किया है।
- हिन्दी
इस पुस्तिका में इस्लामी अक़ीदा से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण मसाइल को प्रश्न-उत्तर के रूप में प्रस्तुत किया गया है। ये मसअले शैख मुहम्मद जीमल ज़ैनू की पुस्तक (अल-अक़ीदा अल-इस्लामिय्या मिनल किताबि वस्सुन्नतिस्सहीहा) से संकलित किए गए हैं। इसमें शिर्क, तौहीद, जादू, वसीला, दुआ, तसव्वुफ, क़ब्रों की जि़यारत और उस पर सज्दा करना और उसे छूना इत्यादि जैसे मसाइल पर चर्चा किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अब्दुर्रहमान बिन अब्दुल करीम अश्-शीहा अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : ज़ाकिर हुसैन बिन वरासतुल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
अल्लाह के पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लमः जब पूरी दुनिया विचारधारा के अंधकार तथा भ्रष्ट-उपासना, अत्याचार, अन्याय, नैतिक और सांस्कृतिक गिरावट, पतन, पिछड़ेपन, मूर्खता और अज्ञानता के अँधेरे में भटक रही थी कि अरब द्वीप के पवित्र नगर मक्का मुकर्रमा में अल्लाह के संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के स्वरूप में एक उज्जवल प्रकाश फूटा जिसकी किरणों से सर्वसंसार प्रकाशमान हो गया औऱ उसे इस्लाम का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। प्रस्तुत पुस्तक में पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की पवित्र जीवनी, आपके सदव्यवहार, स्वभाव, गुण-विशेषण, शिष्टाचार पर संक्षेप में प्रकाश डाला गया है। तथा आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के ईश्दूतत्व की पुष्टि करने वाले मूलग्रंथों - क़ुर्आन व हदीस - और पिछली आसमानी ग्रंथों से कुछ प्रमाण और अक़्ली तर्क भी वर्णन किये गये हैं। साथ-साथ ही आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के विषय में गैर-मुस्लिमों की कुछ गवाहियों को भी प्रस्तुत किया गया है।
- हिन्दी लेखक : डाॅ. एम. ए. श्रीवास्तव संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के आगमन की पूर्व सूचना हमें बाइबल, तौरेत और अन्य धर्म ग्रन्थों में मिलती है, यहाँ तक कि भारतीय धर्मग्रम्थों में भी आप के आने की भविष्यवाणियाँ मिलती हैं। हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म की पुस्तकों में इस प्रकार की पूर्व-सूचनाएँ मिलती हैं। इस पुस्तिका में सब को अकत्र करके पेश करने का प्रयास किया गया है। और यह सिद्ध किया गया है कि जिस नराशंस या कल्कि अवतार के आगमन का उनके धर्मग्रन्थों में उल्लेख हुआ है और उसकी जो विशेषतायें वर्णित हुई हैं, वह इस्लाम के पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ही हैं। इसलिए जीवन की सुगम, सार्थक, सफल और फलदाई यात्रा के लिए अल्लाह के अन्तिम पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के द्वारा पेश की गई शिक्षाओं को अपनाया जाए और उनके बताये हुए मार्ग पर चला जाए।
- हिन्दी लेखक : मौलाना मुहम्मद अब्दुर्रऊफ संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
क़ादियानियत की हक़ीकत : यह पुस्तक क़ादियानियत के असली चेहरे को बेनक़ाब करती है, जो मुस्लिम समाज में घुस कर अपने आप को एक सच्चे मुसलमान के रूप में पेश करते हैं और अपने दुष्ट इरादों को छुपाये रखते हैं, जिसके कारण सीधे-साधे कम इल्म वाले मुसलमान आसानी से उनके झांसे में आ जाते हैं। जबकि इनके इरादे बड़े भयानक और खतरनाक हैं, इसलिए आम मुसलमानों को इन से अवगत कराना आवश्यक है। प्रस्तुत किताब का उद्देश्य यही है, जिसमें क़ादियानियत के संस्थापक की संक्षिप्त जीवनी, क़ादियानियत के अक़ाईद (आस्थाओं और मान्यताओं) मिज़ाZ गुलाम अहमद के दावों, इल्हामात, तावीलों, भविष्यवाणियों, मुसलमानों के बारे में उनके अक़ीदे, जिहाद और हज्ज के प्रति उनके रवैये का खुलासा करते हुए, क़ादियानियत की हक़ीक़त का फर्दा फाश किया गया है।
- हिन्दी लेखक : नाजी इब्राहीम अल-अरफज अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस पुस्तिका में अल्लाह की तौहीद (एकेश्वरवाद) के उस संयुक्त संदेश का उल्लेख किया गया है जिस के साथ आदम –अलैहिस्सलाम- से लेकर मुहम्मद -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- तक सभी ईश्दूत और सन्देष्टा भेजे गये। तथा आज यहूदियों और ईसाईयों के हाथों में मौजूद बाइबल (ओल्ड टैस्टामेंट एंव नया टैस्टामेंट) के हवालों से अल्लाह के एकेश्वरवाद को प्रमाण-सिद्ध किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
अल्लाह के पैग़म्बर के सद्व्यवहार के कुछ दर्शन : मानवता के लिये बहुत बड़े लज्जा की बात है कि मानवता के मोक्ष प्रदायक अल्लाह के पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जैसे महान पुरूष के आचार पर प्रहार कर के उनका अपमान किया जाए जिनका दूत-कर्म ही शिष्टाचार को सम्पन्न करना था। यह लेख आप के सद्व्यवहार का सन्छिप्त दर्शन प्रस्तुत करता है।
- हिन्दी
- हिन्दी लेखक : जाज़िअ बिन अब्दुल अज़ीज़ आल तायेअ अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : जावेद अहमद संशोधन : सिद्दीक़ अहमद प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस लेख में उम्मते-इस्लामिया के हर व्यक्ति पर नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के प्रति अनिवार्य दस हुक़ूक़ का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी
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- हिन्दी
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- हिन्दी लेखक : माजिद बिन सुलैमान अर्रस्सी
यह एक संक्षिप्त पुस्तक है जिसमें अल्लाह तआ़ला के अस्तित्व में संदेह का विश्लेषण किया गया है,अल्लाह के अस्तित्व में संदेह का यह सिद्धांत अनेक समाजों में आम होता जा रहा है, यह पुस्तक प्राकृतिक, तर्कसंगत, धामिर्क एवं संवेदी तर्कों के आलोक में विभिन्न रूप से अल्लाह तआ़ला के अस्तित्व को प्रमाणित करती है।
- हिन्दी लेखक : माजिद बिन सुलैमान अर्रस्सी
यह (अ़रबी पुस्तक का) हिंदी अनुवाद है, इसमें लेखक - अल्लाह उसे अच्छा बदलाव दे - ने उन महत्वपूर्ण संदेहों का उल्लेख किया है, कब्र में दफन हुए पैगंबरों एवं नेक लोगों को पूकारने वाले जिन का सहारा लेते हैं,और यह दावा करते हैं कि यह धामिर्क एवं सत्य प्रमाण हैं,लेखक ने इन शंकाओं का बहुत ध्यानपूर्वक और गहराई से समीक्षा किया है,और यह साबित किया है कि इन संदेहों का कोई वजन और मापदंड नहीं,क्योंकि इन संदेहों का आधार या तो कमजोर और मनगढंत हदीसों पर है, अथवा किस्से कहानियों पर,अथवा गलत एवं निराधार तर्कसंगत अटकलों पर, जो कि क़ुरान एवं हदीस के प्रमाणों, सहा़बा की समझ और मुसलमानों की सहमति के सामने कोई महत्व नहीं रखते।
- हिन्दी
इसी उद्देश्य से यह पुस्तिका हमने आपके समक्ष रखा है ताकि हमारे प्रिय एवं आँखों की ठंडक मुस्तफ़ा सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की मदद का ह़क़ अदा हो सके जोकि आप के हमारे ऊपर जो ह़क़ हैं उनमें सबसे तुच्छ ह़क़ है, अल्लाह तआला से दुआ है कि वह इसे ख़ालिस अपनी रज़ा के लिए स्वीकार कर ले, अल्लाह मुझे और उन समस्त लोगों को जिन्होंने आपकी मदद करने में भाग लिया और आपके सम्मान की रक्षा के लिए सीना तान कर खड़े हो गए आपके संग उठाए, अल्लाह तआला हमें क़्यामत के दिन आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम का साथ नसीब करे और हमें उस सम्मानित ह़ौज़ (कुंड) से पिलाए जिसको पीने के पश्चात हम कभी प्यासे न हों ... आमीन।
- हिन्दी संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
इस लेख में कुरआन का संक्षिप्त परिचय देते हुए उसके अवतरण के आरंभ, उसकी कैफियत, समय, अवतरण की अवधि, उसके संकलन और उसके संरक्षण के लिए अपनाए गए प्रयोजनों और प्रावधानों तथा दुनिया भर में उसके प्रसारण व प्रकाशन और अन्य भाषाओं में उसके अर्थ का अनुवाद किए जाने का उल्लेख किया गया है। इसी तरह क़ुरआन में चर्चित मुख्य विषयों का भी उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अब्दुल अज़ीज़ बिन मरज़ूक़ अत्तरीफ़ी अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
अल्लाह सर्वशक्तिमान और उसकी महानता व महिमा से अनभिज्ञ कुछ अवा के यहाँ अल्लाह को गाली देना, बुरा भला कहना और उसे ऐसे शब्दों और गुणों से नामित करना मशहूर हो चुका है जिनका चर्चा करना या उन्हें सुनना एक मुसलमान के लिए बहुत दुलर्भ होता है। और कभी तो इसे ऐसे लोग कहते हैं जो अपने आपको मुसलमान समझते हैं, इसलिए कि वे शहादतैन यानी ला इलाहा इल्लल्लाह और मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह का इक़रार करते हैं। कभी तो कुछ नमाज़ियों से भी ऐसा हो जाता है, और शैतान उनकी ज़ुबानों पर इसे जारी कर देता है। और उनमें से कुछ को शैतान यह पट्टी पढ़ाया है कि वे उसके अर्थ को मुराद नहीं लते हैं, और न ही उससे अपने पैदा करनेवाले का अवमान करना चाहते हैं, तथा उन्हें यह समझाया है कि यह बेकार (तुच्छ) बातों में से है जिस पर ध्यान नहीं दिया जाता! इसी कारण उन्हों ने इसमें लापरवाही से काम लिया है! इस पत्रिका में इस मामले की गंभीरता को बयान किया गया है।