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- क़ुरआन में मननचिंतन, उसकी प्रतिष्ठा, उसका हिफ़्ज़ और तिलावत के शिष्टाचार
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- कुरआन के विज्ञान
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- क़ुरआन करीम के अर्थों का अनुवाद
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ऑडियो और फतावा की पुस्तकें
आइटम्स की संख्या: 162
- मुख्य पृष्ठ
- अग्र-भाग की भाषा : हिन्दी
- विषयवस्तु की भाषा : सभी भाषाएँ
- ऑडियो और फतावा की पुस्तकें
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
हम एक मोरक्को संघ के सदस्य बार्सिलोना में रहते हैं, वह कौन सा तरीक़ा है जिस से हम ज़कातुल फित्र की गणना करें?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
हम, ब्रिटेन में एक इस्लामी केन्द्र के प्रबंधक, यह चाहते हैं कि अपने केन्द्र में नमाज़ियों के लिए पवित्र रमज़ान के महीने की शुरूआत और अन्त की एक तिथि निर्धारित कर दें, हमारा लक्ष्य मुसलमानों को एकजुट करने का प्रयास है इस प्रकार कि इस विषय पर उनके विचार को एकजुट करने के लिए हम हर सम्भव प्रयास करते हैं, उन में से कुछ का दृष्टिकोण चाँद के दर्शन का एतिबार करना है, और कुछ लोगों का विचार खगोलीय गणना का पालन करने का है। और यूरोपीय फत्वा परिषद का भी इस विषय में एक विचार है, जबकि ज्ञात होना चाहिए कि यूरोप में मुसलमानों के लिए यही परिषद फत्वा जारी करती है। हमारा प्रश्न यह है कि : क्या हमें यूरोपीय परिषद का पालन करना चाहिए यद्यपि वह खगोलीय गणना पर चलती हो? या कि हम ने अपने नगर की मिस्जदों में मुसलमानों को एकजुट करने का जो प्रयास किया है उसी पर बाक़ी रहें यद्यपि वह यूरोपीय परिषद के विचार के विरूद्ध हो?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
कुछ लोग रमज़ान के महीने के प्रवेश करने (प्रारम्भ होने) इत्यादि में उम्मत की एकता और अखण्डता को सुनिश्चित करने के लिए इस बात का मुतालबा करते हैं कि समस्त मताले (चाँद के उगने के स्थान) को मक्का के मताले से संबंधित कर दिया जाए, इस विषय में आपका क्या विचार है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
समलैंगिकता (Homosexuality and Lesbianism) को इस्लाम में हराम (वर्जित) क्यों समझा जाता है? मैं जानता हूँ कि यह हराम (निषिद्ध) है किन्तु इसका कारण क्या है? और क़ुर्आन और हदीस में इसके बारे में क्या वर्णन हुआ है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
मैं ने पढ़ा है कि वो बरतन, चम्मच और चाकू जिन में सुअर का मांस लग गया हो, उन्हें सात बार पानी से और एक बार मिट्टी से धोना अनिवार्य है। क्या यह सहीह है? इस हुक्म का आधार किस हदीस पर है? क्या बरतनों को एक बार साबुन से धोना प्रयाप्त नही है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
जब मैं छोटी थी तो मैं ने अपने परिवार वालों के साथ विदेश का सफर किया, यात्रा के दौरान हमें सुअर तत्व युक्त बिस्कुट दिया गया। जब मेरी मां को इसका पता चला तो उन्हों ने हमें खाने से रोक दिया। जैसाकि मुझे याद आ रहा है कि हम ने अपने हाथ और मुँह पानी और मिट्टी से (एक बार मिट्टी समेंत सात बार) नहीं धुले थे। जैसाकि नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का आदेश है कि जब कोई व्यक्ति सुअर या उसका कोई भाग छू लेने पर करे। कुछ वर्षों के बाद मैं अपने देश से बाहर थी और गलती से पोर्क खा लिया और अपने मुँह को पानी और मिट्टी से नहीं धोया। ये दोनों मामले कुछ वर्षों पहले पेश आये थे। मेरे मुँह या हाथ पर सुअर का कोई प्रभाव, स्वाद, या गंध या रंग बाक़ी नहीं था, तो क्या अब ज़रूरी है कि हम उन्हें धुल लें। मुझे भय है कि इन दोनो मामलों के कारण अल्लाह हमारी नमाज़ को नहीं करेगा। कृप्या इसका स्पष्टीकरण करें।
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
मैं माल्टा में रहने वाला एक अरब मूल का व्यक्ति हूँ, मैं सुअर के मांस के निषिध होने का कारण जानना चाहता हूँ, क्योंकि मेरे साथ काम करने वाले दोस्तों ने मुझ से इसके बारे में पूछा है।
- हिन्दी अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस देश में बहुत से मुस्लिम छात्रों को पढ़ाई और रहन सहन के खर्च को कवर करने के लिए काम करना पड़ता है, क्योंकि उनमें से बहुत से पर्याप्त रूप से अपने परिवार से खर्च नहीं पाते हैं, जिसके कारण उनके लिए काम करना एक जरूरत बन जाता है जिसके बिना जीवन यापन नहीं कर सकते। अक्सर उन्हें ऐसे रेस्तरां के अलावा कहीं काम नहीं मिलता जिसमें शराब बेची जाती है, या पोर्क और अन्य हराम चीज़ों वाले खाने पेश किए जाते हैं। प्रश्न यह है कि इन स्थानों में काम करने का क्या हुक्म है? तथा मुसलमान के लिए शराब और सुअर बेचने, या शराब बनाने और उसे गै़र-मुस्लिमों को बचने का क्या हुक्म है? ध्यान रहे कि इस देश में कुछ मुसलमानों ने इसे अपना पेशा (व्यवसाय) बना रखा है।
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस्लाम ने पोर्क को क्यों वर्जित ठहराया है, जबकि वह अल्लाह के प्राणियें में से एक प्राणी है ? तो फिर अल्लाह ने सुअर को पैदा क्यों किया है ?!
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की प्रशंसा को तिजारत बना लेने का हुक्म क्या है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
क्या जिन्नात ग़ैब की बातें जानते हैं?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इलाज के लिए खाने-पीने के बरतनों पर क़ुर्आन की कुछ आयतें, उदाहरण के तौर पर आयतुल कुरसी लिखने का हुक्म क्या है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
क्या ग़ैर-मुस्लिम पर इस्लाम स्वीकार करना अनिवार्य है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
मुसाफिर की नमाज़ और उस का रोज़ा कब और कैसे होगा?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
एक आदमी रात के समय अब्हा से मक्का आया, सुबह के समय शैतान ने उसके दिल में वस्वसा डाल दिया और उस ने अपनी पत्नी से सम्भोग कर लिया तो उसका क्या हुक्म है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
क्या आदमी के लिए अज़ान के बाद खाना पीना जाईज़ है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
जो व्यक्ति नमाज़-रोज़ा नहीं करता है और इसी अवस्था में हज्ज करता है, तो उसके हज्ज का क्या हुक्म है? यदि वह अल्लाह से तौबा कर ले तो क्या वह छूटी हुई इबादतों की क़ज़ा करेगा?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
यदि स्त्री बिना महरम के हज्ज करती है तो क्या उसका हज्ज उचित है? क्या समझदार बच्चा महरम बन सकता है? महरम की क्या शर्तें हैं?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
क्या क़र्ज़दार आदमी पर हज्ज करना अनिवार्य है?
- हिन्दी मुफ्ती : मुहम्मद बिन सालेह अल-उसैमीन अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
शव्वाल के छः रोज़ों से संबंधित यह कुछ फत्वे हैं जिन में उसके रोज़ों की फज़ीलत, उनके रखने का सर्वश्रेष्ठ तरीक़ा तथा उनके विषय में बहुधा पूछे जाने वाले प्रश्नों का उल्लेख किया गया है।