इस्लाम ने समलैंगिकता को क्यों वर्जित किया है?
मुफ्ती : मुहम्मद सालेह अल-मुनज्जिद
अनुवाद: अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
प्रकाशक: इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
विवरण
समलैंगिकता (Homosexuality and Lesbianism) को इस्लाम में हराम (वर्जित) क्यों समझा जाता है? मैं जानता हूँ कि यह हराम (निषिद्ध) है किन्तु इसका कारण क्या है? और क़ुर्आन और हदीस में इसके बारे में क्या वर्णन हुआ है?
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इस्लाम ने समलैंगिकता को क्यों वर्जित किया है?
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