- वर्गीकरण वृक्ष
- क़ुरआन और उसके विज्ञान
- क़ुरआन में मननचिंतन, उसकी प्रतिष्ठा, उसका हिफ़्ज़ और तिलावत के शिष्टाचार
- तफ़सीर (क़ुरआन की व्याख्या)
- कुरआन के विज्ञान
- मुसहफ (क़ुरआन की प्रतियाँ)
- मसाहिफ़ और क़ुरआन करीम के पाठ
- क़ुरआन करीम के अर्थों का अनुवाद
- पढ़े जाने योग्य उत्कृष्ट अनुवाद
- क़ुरआन के अर्थों के अनुवाद के साथ सस्वर पाठ
- विशिष्ट तिलावतें
- नोबल क़ुरआन और उसके वाहकों के शिष्टाचार
- हदीस और उसका विज्ञान
- अक़ीदा (आस्था)
- तौहीद (एकेश्वरवाद)
- इबादत (उपासना)
- दावत और इस्लामी संस्कृति
- ईमान
- ईमान के मसायल
- एहसान
- कुफ्र (नास्तिकता)
- निफाक़ (पाखण्ड)
- शिर्क (अनेकेश्वरवाद)
- बिदअत (नवाचार)
- सहाबा और आले-बैत
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- इस्लाम से संबंध रखनेवाले धर्म-संप्रदाय
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- इस्लामी धर्मशास्त्र के मत
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- उसूल फ़िक़्ह (धर्म-शास्त्र के सिद्धांत)
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- कर्मों और पूजा के कृत्यों की प्रतिष्ठा और उनसे संबंधित बातें
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- अरबी भाषा
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- अल-खुतब अल-मिंबरिय्या
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- क़ुरआन और उसके विज्ञान
इस्लाम का आह्वान
आइटम्स की संख्या: 60
- हिन्दी
यह इस्लाम के संक्षिप्त परिचय पर आधारित, एक अति महत्वपूर्ण पुस्तिका है, जिसमें इस धर्म के अहम उसूलों, शिक्षाओं तथा विशेषताओं का, इस्लाम के दो असली संदर्भों अर्थात क़ुरआन एवं हदीस की रोशनी में, वर्णन किया गया है। यह पुस्तिका परिस्थितियों और हालात से इतर, हर समय और हर स्थान के मुस्लिमों तथा गैर-मुस्लिमों को उनकी ज़ुबानों में संबोधित करती है।
- हिन्दी लेखक : बिलाल फिलीप्स अनुवाद : मुहम्मद रईस
सच्चा धर्म : सत्य धर्म के खोजी के लिए एक लाभदायक संक्षिप्त पुस्तिका, जिसमें इस्लाम धर्म का एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करते हुए यह स्पष्ट किया गया है कि इस्लाम ही वह धर्म है जिसके अतिरिक्त अल्लाह सर्वशक्तिमान कोई अन्य धर्म स्वीकार नहीं करेगा। इसी तरह इसमें अन्य धर्मों और सिद्धांतों की समीक्षा करते हुए उनकी शून्यता को स्पष्ट किया गया है। इसके अलावा, ईसा और उनकी माँ – अलैहिमस्सलाम - की वास्तविकता, इस्लामी धर्म की सार्वभौमिकता और इन्सान व जिन्नात की रचना का उद्देश्य उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी
- हिन्दी
- हिन्दी अनुवाद : अज़ीज़ुल हक़ उमरी संशोधन : सईद अहमद हयात अल-मुशर्रफी
नोबल कुरान हिन्दी अनुवाद के साथ
- हिन्दी
इस्लाम ही वह एकमात्र सच्चा धर्म है, जिसे अल्लाह तआला ने सर्व मानव जाति के लिए पसंद कर लिया है। अतः वह किसी भी व्यक्ति से इस्लाम के सिवा कोई दूसरा धर्म कदापि स्वीकार नहीं करेगा। इस्लाम मानव के सौभाग्य और सफलता का धर्म है, तथा वही वह धर्म है जिसने मनुष्य के व्यक्तिगत, या पारिवारिक, या सामुदायिक या सर्व मानव जाति से संबंधित मामलों में ऐसे सूक्ष्म आचार और उचित ढंग, तौर-तरीक़े सिखाये हैं जिन से उसका जीवन सुलभ हो सकता है, उसकी खुशी संपन्न हो सकती है और उसको सच्चा सौभाग्य प्राप्त हो सकता है। इस पुस्तक में इस्लाम के उन्हीं कुछ गुणों और विशेषताओं का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी
सत्य धर्मः इस पुस्तक में हर बुद्धिमान पुरूष और नारी को अपने महान सृष्टा सर्वसंसार के पालनहार को पहचानने और उसके दर्शाए हुए सत्य मार्ग पर चलने का निमंत्रण दिया गया है। क्योंकि उसी के अंदर लोक और परलोक में कल्याण, भलाई, मोक्ष और सफलता है। यह सत्य मार्ग अल्लाह का वह धर्म है जिसे उसने सर्व मानव जाति के लिए चयन किया है, जिसके अतिरिक्त वह किसी से कोई अन्य धर्म स्वीकार नहीं करेगा। यह सत्य धर्म ऐसे गुणों, सिद्धांतों और निर्देशों से विशिष्ट हैं जो उसे एक संपूर्ण सर्व-व्यापी धर्म बना देते हैं जो किसी भी स्थान और समय के लिए योग्य है। इसी तरह सत्य धर्म के खोजियों को इस बात से सावधान किया गया है कि वे उन लोगों की बातों या कृत्यों पर ध्यान न दें जो इस्लाम के स्वच्छ चेहरे को मलिन और विकृत करने वाले हैं ; चाहे वे भ्रष्ट अक़ीदे वाले, या धर्म से आज़ाद पापी, या कर्तव्यों के पालन में आलस्य करने वाले मुसलमान हों, या इस्लाम के दुश्मन यहूदी, ईसाई इत्यादि हों। क्योंकि ये उसके सत्य को स्वीकारने के मार्ग में रूकावट बन सकते है।
- हिन्दी
इस पुस्तक में इस्लाम का संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत करते हुए सृष्टि और मानवजाति की रचना, मरण उपरांत जीवन, अल्लाह का एकेश्वरवाद, इस्लाम के स्तंभ, संदेष्टाओं के अवतरण का उद्देश्य और पांच महान संकल्प वाले संदेष्टाओं का संक्षिप्त वर्णन, इस्लाम में तीन प्रतिष्ठित मस्जदों का वर्णन, क़ुरआन के चमत्कार का वर्णन किया गया है। इसी तरह इस्लाम में मानव अधिकार, महिलाओं के अधिकार, पर्यावरण, इस्लामी कला, मानवीय सभ्यता की उन्नति में इस्लाम के योगदान और पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के अंतिम धर्मोपदेश पर चर्चा किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान अब्दुल्लाह सईदी
प्रस्तुत पुस्तक में ऐसे लोगों की कहानी उन्हीं की ज़ुबानी उल्लेख की गई है जिन्हों ने इस्लाम का गहन अध्ययन किया, उसे समझा और सोच-विचार कर उसे दिल की गहराईयों से स्वीकार किया जबकि वे वैज्ञानिक, चिकित्सक और बुद्धिमान लोग थे। इस पुस्तक का उद्देश्य केवल संसार वालों को यह बताना है कि आपके इन मित्रों के इस्लाम स्वीकारने का कारण क्या है तथा वे परलोक में क्या चाहते हैं तथा साथ ही साथ सारे लोगों को निमंत्रण देना है कि हरेक इस बात पर विचार करे कि हमारा तथा संसार की सभी चीज़ों का सृष्टा, रचयिता, पालनहार और स्वामी कौन है क्या वही सर्वशक्तिमान एकमात्र वास्तविक पूज्य नहीं है क्या उसके अतिरिक्त कोई और पूज्य हो सकता है
- हिन्दी
इस पुस्तक में इस्लाम का अर्थ और उसकी वास्तविकता, अल्लाह के आदेश और उसकी शरीअत की जानकारी के साधन, ईश्दूतों और उनकी सत्यता के प्रमाणों का ज्ञान, इस्लाम और ईमान के स्तंभों का वर्णन, इस्लामी शरीअत के स्रोत और बंदों पर अनिवार्य कर्तव्यों का वर्णन किया गया है, तथा इस बात का उल्लेख किया गया है कि शरीअत को लागू करना अल्लाह की उपासना है और उसने मानव की पाँच आवश्यक ज़रूरतों की रक्षा की है।
- हिन्दी लेखक : अब्दुर्रहमान बिन अब्दुल करीम अश्-शीहा अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : ज़ाकिर हुसैन बिन वरासतुल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
अल्लाह के पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लमः जब पूरी दुनिया विचारधारा के अंधकार तथा भ्रष्ट-उपासना, अत्याचार, अन्याय, नैतिक और सांस्कृतिक गिरावट, पतन, पिछड़ेपन, मूर्खता और अज्ञानता के अँधेरे में भटक रही थी कि अरब द्वीप के पवित्र नगर मक्का मुकर्रमा में अल्लाह के संदेष्टा मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के स्वरूप में एक उज्जवल प्रकाश फूटा जिसकी किरणों से सर्वसंसार प्रकाशमान हो गया औऱ उसे इस्लाम का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। प्रस्तुत पुस्तक में पैगंबर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की पवित्र जीवनी, आपके सदव्यवहार, स्वभाव, गुण-विशेषण, शिष्टाचार पर संक्षेप में प्रकाश डाला गया है। तथा आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के ईश्दूतत्व की पुष्टि करने वाले मूलग्रंथों - क़ुर्आन व हदीस - और पिछली आसमानी ग्रंथों से कुछ प्रमाण और अक़्ली तर्क भी वर्णन किये गये हैं। साथ-साथ ही आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के विषय में गैर-मुस्लिमों की कुछ गवाहियों को भी प्रस्तुत किया गया है।
- हिन्दी लेखक : डाॅ. एम. ए. श्रीवास्तव संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के आगमन की पूर्व सूचना हमें बाइबल, तौरेत और अन्य धर्म ग्रन्थों में मिलती है, यहाँ तक कि भारतीय धर्मग्रम्थों में भी आप के आने की भविष्यवाणियाँ मिलती हैं। हिन्दू, बौद्ध और जैन धर्म की पुस्तकों में इस प्रकार की पूर्व-सूचनाएँ मिलती हैं। इस पुस्तिका में सब को अकत्र करके पेश करने का प्रयास किया गया है। और यह सिद्ध किया गया है कि जिस नराशंस या कल्कि अवतार के आगमन का उनके धर्मग्रन्थों में उल्लेख हुआ है और उसकी जो विशेषतायें वर्णित हुई हैं, वह इस्लाम के पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ही हैं। इसलिए जीवन की सुगम, सार्थक, सफल और फलदाई यात्रा के लिए अल्लाह के अन्तिम पैग़म्बर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के द्वारा पेश की गई शिक्षाओं को अपनाया जाए और उनके बताये हुए मार्ग पर चला जाए।
- हिन्दी लेखक : नाजी इब्राहीम अल-अरफज अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस पुस्तिका में अल्लाह की तौहीद (एकेश्वरवाद) के उस संयुक्त संदेश का उल्लेख किया गया है जिस के साथ आदम –अलैहिस्सलाम- से लेकर मुहम्मद -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- तक सभी ईश्दूत और सन्देष्टा भेजे गये। तथा आज यहूदियों और ईसाईयों के हाथों में मौजूद बाइबल (ओल्ड टैस्टामेंट एंव नया टैस्टामेंट) के हवालों से अल्लाह के एकेश्वरवाद को प्रमाण-सिद्ध किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस्लाम ही वह एकमात्र सच्चा धर्म है, जिसे अल्लाह तआला ने सर्व मानव जाति के लिए पसंद कर लिया है। अतः वह किसी भी व्यक्ति से इस्लाम के सिवा कोई दूसरा धर्म कदापि स्वीकार नहीं करेगा। इस्लाम मानव के सौभाग्य और सफलता का धर्म है, तथा वही वह धर्म है जिसने मनुष्य के व्यक्तिगत, या पारिवारिक, या सामुदायिक या सर्व मानव जाति से संबंधित मामलों में ऐसे सूक्ष्म आचार और उचित ढंग, तौर-तरीक़े सिखाये हैं जिन से उसका जीवन सुलभ हो सकता है, उसकी खुशी संपन्न हो सकती है और उसको सच्चा सौभाग्य प्राप्त हो सकता है। इस पुस्तक में इस्लाम के उन्हीं कुछ गुणों और विशेषताओं का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : शफीक़ुर्रहमान ज़ियाउल्लाह मदनी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
अल्लाह के पैग़म्बर के सद्व्यवहार के कुछ दर्शन : मानवता के लिये बहुत बड़े लज्जा की बात है कि मानवता के मोक्ष प्रदायक अल्लाह के पैग़म्बर मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम जैसे महान पुरूष के आचार पर प्रहार कर के उनका अपमान किया जाए जिनका दूत-कर्म ही शिष्टाचार को सम्पन्न करना था। यह लेख आप के सद्व्यवहार का सन्छिप्त दर्शन प्रस्तुत करता है।
- हिन्दी लेखक : मुहम्मद बिन अब्दुल वह्हाब प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस पुस्तक में इस्लाम धर्म की विशेषता तथा इस तथ्य का वर्णन है कि इस्लाम सर्वश्रेष्ठ धर्म है, और यही वह ईश्वरीय धर्म है जिस के बिना किसी भी मनुष्य को सौभाग्य और मोक्ष प्राप्त नही हो सकता। अत: समस्त लोगों पर इस्लाम को स्वीकार करना और उसके अतिरिक्त अन्य धर्मों को त्याग देना अनिवार्य है। जो व्यक्ति इस्लाम को छोड़ कर कोई अन्य धर्म तलाश करे गा, तो अल्लाह तआला उस को कदापि स्वीकार नहीं करे गा। तथा इस बात का उल्लेख है कि बिद्अत बड़े-बड़े गुनाहों से भी अधिक भीषण और भयंकर है, इस लिए बिद्अतों से बचाव करना अविवार्य है। तथा जिस प्रकार आरम्भ में इस्लाम के अनुयायी थोड़े थे उसी प्रकार अन्त में भी इस के मानने वाले कम हो जायें गे, अत: उस समय इस्लाम पर जमे रहने वालों के लिए शुभ सूचना है
- हिन्दी अनुवाद : जावेद अहमद संशोधन : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह
इस्लाम एक महान ईश्वरीय धर्म है। जिस के शास्त्र अति परिपूर्ण, उत्तम, सर्व श्रेष्ठ और शुद्ध बुद्धि के अति निकट है। इस पुस्तिका में इस्लामी धर्म शास्त्र की विशेषताओं और खूबियों के हवाले से इस्लाम धर्म की महानता का उल्लेख किया गया है।
- हिन्दी लेखक : अब्दुल्लाह बिन अब्दुल अज़ीज़ अल-ईदान अनुवाद : अताउर्रहमान ज़ियाउल्लाह संशोधन : सिद्दीक़ अहमद संशोधन : जलालुद्दीन उमरी प्रकाशक : इस्लामी आमन्त्रण एंव निर्देश कार्यालय रब्वा, रियाज़, सऊदी अरब
इस पुस्तक में धर्म का अर्थ और उस के प्रकार, मानव को धर्म की आवश्यकता, इस्लामी अक़ीदह की विशेषताएं, जीवन के तमाम पहलुओं में इस्लाम की सत्यता, इस्लाम में क़ानून साज़ी के स्रोत और इस्लाम के स्तम्भों का उल्लेख है। यह पुस्तक सच्चे धर्म के अभिलाषी के लिए मार्गदर्शक है।
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